(1) बंद नाक खोलने के लिये अजवायन की भाप:-
एक चम्मच अजवायन पीस कर गरम पानी के साथ उबालें और उसकी भाप में साँस लें। कुछ ही मिनटों में आराम मालूम होगा।
(2) चर्मरोग के लिये टेसू और नीबू :-
टेसू के फूल को सुखा कर चूर्ण बना लें। इसे नीबू के रस में मिलाकर लगाने से हर प्रकार के चर्मरोग में लाभ होता है।
(3) माइग्रेन के लिये काली मिर्च, हल्दी और दूध:-
एक बड़ा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण एक चुटकी हल्दी के साथ एक प्याले दूध में उबालें। दो तीन दिन तक लगातार रहें। माइग्रेन के दर्दमें आराम मिलेगा।
(4) गले में खराश के लिये जीरा:-
एक गिलास उबलते पानी में एक चम्मच जीरा और एक टुकड़ा अदरक डालें ५ मिनट तक उबलने दें। इसे ठंडा होने दें। हल्का गुनगुना दिनमें दो बार पियें। गले की खराश और सर्दी दोनों में लाभ होगा।
(5) सर्दी जुकाम के लिये दालचीनी और शहद:-
एक ग्राम पिसी दाल चीनी में एक चाय का चम्मच शहद मिलाकर खाने से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
एक चम्मच अजवायन पीस कर गरम पानी के साथ उबालें और उसकी भाप में साँस लें। कुछ ही मिनटों में आराम मालूम होगा।
(2) चर्मरोग के लिये टेसू और नीबू :-
टेसू के फूल को सुखा कर चूर्ण बना लें। इसे नीबू के रस में मिलाकर लगाने से हर प्रकार के चर्मरोग में लाभ होता है।
(3) माइग्रेन के लिये काली मिर्च, हल्दी और दूध:-
एक बड़ा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण एक चुटकी हल्दी के साथ एक प्याले दूध में उबालें। दो तीन दिन तक लगातार रहें। माइग्रेन के दर्दमें आराम मिलेगा।
(4) गले में खराश के लिये जीरा:-
एक गिलास उबलते पानी में एक चम्मच जीरा और एक टुकड़ा अदरक डालें ५ मिनट तक उबलने दें। इसे ठंडा होने दें। हल्का गुनगुना दिनमें दो बार पियें। गले की खराश और सर्दी दोनों में लाभ होगा।
(5) सर्दी जुकाम के लिये दालचीनी और शहद:-
एक ग्राम पिसी दाल चीनी में एक चाय का चम्मच शहद मिलाकर खाने से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
0 comments:
Post a Comment