1/31/2020

उबलतें दूध में जब डाली जाती हैं तुलसी की पत्तियाँ तो होता है चमत्कार-Tulsi with Milk*🌿🍺

तुलसी एक ऐसा हर्ब है जो कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकती है। सर्दी जुकाम हो या सिरदर्द तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से लाभ मिलता है।

लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि तुलसी को अगर दूध के साथ मिला लिया जाये तो ये कई बीमारियों के लिए रामबाण साबित होती है।

ध्यान रखना चीनी नहीं मिलानी है

आज हम आपको बता रहे हैं कैसे तुलसी की तीन से चार पत्तियां उबलते हुए दूध में डालकर खाली पेट पीने से आप सेहतमंद रह सकते हैं।

किडनी की पथरी में
यदि किडनी में पथरी की समस्या हो गई हो और पहले दौर में आपको इसका पता चलता है तो तुलसी वाला दूध का सेवन सुबह खाली पेट करना शुरू कर दें। इस उपाय से कुछ ही दिनों में किडनी की पथरी गलकर निकल जाएगी। आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

दिल की बीमारी में
यदि घर में किसी को दिल से सबंधित कोई बीमारी है या हार्ट अटैक पड़ा हो तो आप तुलसी वाला दूध रोगी को सुबह के समय खाली पेट पिलाएं। इससे दिल से संबंधित कई रोग ठीक होते हैं।

सांस की तकलीफ में
सांस की सबसे खतरनाक समस्या है दमा। इस रोग में इंसान को सांस लेने में बड़ी परेशानी आती है।

खासतौर पर तब जब मौसम में बदलाव आता है। इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि आप दूध और तुलसी का सेवन करें। नियमित इस उपाय को करने से सांस से संबंधित अन्य रोग भी ठीक हो जाएगें।

कैंसर की समस्या
एंटीबायोटिक गुणों की वजह से तुलसी कैंसर से लड़ने में सक्षम होती है। दूध में भी कई तरह के गुण होते हैं जब दोनों आपस में मिलते हैं तो इसका प्रभाव बेहद प्रभावशाली और रोग नाशक हो जाता है। यदि आप नियमित तुलसी वाला दूध पीते हैं तो कैंसर जैसी बीमारी शरीर को छू भी नहीं सकती है।

फ्लू
वायरल फ्लू होने से शरीर कमजोर हो जाता है।

यदि आप दूध में तुलसी मिलाकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करते हो ता आपको फ्लू से जल्दी से आराम मिल जाएगा।

टेंशन में
अधिक काम करने से या ज्यादा जिम्मेदारियों से अक्सर हम लोग टेंशन में आ जाते हैं एैसे में हमारा नर्वस सिस्टम काम नहीं कर पाता है और हम सही गलत का नहीं सोचते हैं।

यदि इस तरह की समस्या से आप परेशान हैं तो दूध व तुलसी वाला नुस्खा जरूर अपनाएं। आपको फर्क दिखने लगेगा।

सिर का दर्द और माइग्रेन में
सिर में दर्द होना आम बात है। लेकिन जब यह माइग्रेन का रूप ले लेती है तब सिर का दर्द भयंकर हो जाता है। ऐसे में

सुबह के समय तुलसी के पत्तों को दूध में डालकर पीना चाहिए। यह माइग्रेन और सिर के सामान्य दर्द को भी ठीक कर देती है।

अक्सर हमारे घर में बहुत सी प्राकृतिक औषधियां होती है जिनके बारे में पता रहने से हम मंहगी दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट से बच सकते हैं।

बगैर चीनी से ही फायदा होगl

गुड़ खाने से 18 फायदे :

1- गुड़ खाने से नहीं होती गैसकी दिक्कत
2- खाना खाने के बाद अक्सरमीठा खाने का मन करता हैं।इसके लिए सबसे बेहतर हैकि आप गुड़ खाएं।
    गुड़ का सेवन करने से आपहेल्दी रह सकते हैं
3 - पाचन क्रिया को सही रखना
4 - गुड़ शरीर का रक्त साफ करता है और मेटाबॉल्जिम ठीक करता है।रोज एक गिलास पानी या दूध के साथ        गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है। इससे गैस की दिक्कत नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है,
    वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रुर खाएं..
5 - गुड़ आयरन का मुख्य स्रोत है। इसलिए यह एनीमिया के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद है।
     खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुतअधिक ज़रुर है.
6 - त्वचा के लिए, गुड़ ब्लड से खराब टॉक्सिन दूर करता है, जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे की समस्या             नहीं  होती है।
7 - गुड़ की तासीर गर्म है,इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है।जुकाम के दौरान अगर         आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
8 - एनर्जी के लिए -बुहत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी
    लेवल बढ़ जाता है। गुड़ जल्दी पच जाता है, इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता दिनभर काम करने के बाद
    जब भी आपको थकान हो, तुरंत गुड़ खाएं।
9 - गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों के
     लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है।
10 - जोड़ों के दर्द में आराम--रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक का सेवन करें, इससे जोड़ों के दर्द की
       दिक्कत नहीं होगी।
11- गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है।
12 - गुड़ और काले तिल के लड्डू खानेसे सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है।
13 - जुकाम जम गया हो, तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं।
14 - गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
15 - भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती.
16 - पांच ग्राम सौंठ दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
17 - गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।
18 - पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खानेसे श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।

आपके पेट में भोजन पच रहा है, या सड़ रहा है.? अवशय पढ़ें व सभी को बताए…

एक कहावत है ‘पहला सुख निरोगी काया’। स्वस्थ शरीर स्वस्थ दिमाग के निर्माण में सहायक होता है। स्वस्थ रहने की पहली शर्त है आपकी पाचन शक्ति का सुदृढ़ होना। भोजन के उचित पाचन के अभाव में शरीर अस्वस्थ हो जाता है, मस्तिष्क शिथिल हो जाता है और कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। जिस प्रकार व्यायाम में अनुशासन की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार भोजन में भी अनुशासन महत्वपूर्ण है। अधिक खाना, अनियमित खाना, देर रात तक जागना, ये सारी स्थितियां आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करती हैं। अतः यह आवश्यक हो जाता है कि पाचन शक्ति को दुर्बल होने से बचाएं। पाचन तंत्र की दुर्बलता दूर करने के लिए खाना खाने के बाद पेट मे खाना पचेगा या खाना सड़ेगा ये जानना बहुत जरुरी है …

हमने रोटी खाई,हमने दाल खाई,हमने सब्जी खाई, हमने दही खाया लस्सी पी ,

दूध,दही छाझ लस्सी फल आदि,

ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया

ये सब कुछ हमको उर्जा देता है |

और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है | पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है जिसको हम हिंदी मे कहते है “अमाशय” उसी स्थान का संस्कृत नाम है “जठर”| उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है ” epigastrium “|

ये एक थेली की तरह होता है और यह जठर हमारे शरीर मे सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है। ये बहुत छोटा सा स्थान है इसमें अधिक से अधिक 350GMS खाना आ सकता है | हम कुछ भी खाते सब ये अमाशय मे आ जाता है|

आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है उसी को कहते हे”जठराग्न”।

ये जठराग्नि है वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है । ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी |

यह ऑटोमेटिक है,जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई|

ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना पचता है | अब अपने खाते ही गटागट पानी पी लिया और खूब ठंडा पानी पी लिया| और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है | अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी वो बुझ गयी|

आग अगर बुझ गयी तो खाने की पचने की जो क्रिया है वो रुक गयी| अब हमेशा याद रखें खाना जाने पर हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है, एक क्रिया है जिसको हम कहते हे “Digestion” और दूसरी है “fermentation”

फर्मेंटेशन का मतलब है सडन और डायजेशन का मतलब हे पचना.
आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी तो खाना पचेगा,खाना पचेगा तो उससे रस बनेगा जो रस बनेगा तो उसी रस से मांस,मज्जा,रक्त,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र और अस्थि बनेगा और सबसे अंत मे मेद बनेगा| ये तभी होगा जब खाना पचेगा| ये तो हुई खाना पचने की बात.

खाना नहीं पचने पर बनता है यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल ,LDL-VLDL| और यही आपके शरीर को रोगों का घर बनाते है !

पेट मे बनने वाला यही जहर जब ज्यादा बढ़कर खून मे आते है ! तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा जो खून मे आया है इकट्ठा होता रहता है और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है

जिसे आप heart attack कहते हैं !

तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है की जो हम खा रहे हे वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए

और खाना ठीक से पचना चाहिए इसके लिए पेट मे ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए| क्योंकि बिना आग के खाना पचता नहीं हे और खाना पकता भी नहीं है

सर्दी जुकाम से बचने के घरेलू उपचार

जब हमारा शरीर मौसम के अनुसार एडजस्ट नहीं करता है तो हम मौसमी रोगों के शिकार हो जाते है।मौसम के बदलाव के दौरान व्यक्ति का शरीर वातावरण में हो रहे बदवाल को नहीं झेल पाता है और सर्द-गर्म के असर से सर्दी-जुकाम से ग्रसित हो जाता है|सर्दी की शुरुआत नाक से होती है पर धीरे-धीरे इसका असर पूरे शरीर पर होने लगता है। जुकाम की कोई चिकित्सा नहीं है। इस स्वतः कम होने वाली बीमारी में घरेलू चिकित्सा ज्यादा उपयोगी होती है। यहाँ पर हम इससे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं...

*जब कभी आपके गले में खराश हो और आपकी नाक सर्दियों में बंद हो जाए, तो एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर नमक डालकर गरारे करें। इसे आपका गला साफ होगा और यह वायरस को दुबारा आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।

*शहद के साथ अदरक का सेवन सुबह शाम करने से भी सर्दी जुकाम में जल्दी आराम मिलता है।

*किसी सटीम वेपराईज़र से ली गई भाप बंद नाक और बलगम से राहत दिलाएगी। अगर, आपके पास सटीम इंहेलर नहीं है, तो आप केतली में गर्म पानी डालकर भी भाप ले सकते हैं।

*हल्‍दी को यदि गर्म दूध के साथ किया जाए, तो यह कफ हटाती है और जुकाम में भी बहुत राहत पहुंचाती है।

*एक कप अदरक, तुलसी,पुदीने और कालीमिर्च वाली गर्म चाय, सर्दी से राहत पाने का असरदार घरेलू नुस्खा है।

*किशमिश को पीस कर पानी के साथ पेस्ट बना लें। इसमें चीनी डाल कर उबालें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। रोज रात में सोने से पहले इसको लेने से सर्दी जुकाम में राहत मिलती है।

*जुकाम के इलाज में हल्दी काफी फायदेमंद है। बहती नाक को रोकने के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा।

*इमली और काली मिर्च से बनाया जाने वाला दक्षिण भारतीय सूप "रसम" को गर्म-गर्म पिएँ, क्योंकि ये आपके शरीर में मौजूद अनावश्यक विषैल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे जुकाम में बेहद लाभ मिलता है।

यदि नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें बार बार सूंघें जिससे छींक आएगी और बंद नाक भी खुल जाएगी ।

लहसून की कलियों को उबालकर बनाया जाने वाला लहसून के सूप के सेवन से सर्दी जुकाम में शीघ्र ही लाभ मिलता है।

सर्दी जुकाम में तुलसी बहुत कारगर है । आप चाहें तो तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएं या फिर पानी में उबाल कर काढ़ा बना कर पीएं दोनों ही तरीके से फ़ायदा होता है।

10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और थोड़ा नमक लेकर उसे पानी में मिलाकर उबाल कर काढ़ा बनाएं। दिन में 2 बार एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलता है ।

विटामिन सी सर्दी के उपचार में काफी लाभदायक है। एक गिलास गर्म पानी में नींबू के रस के साथ एक चमच शहद मिलाकर पिएँ। इस में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढते हैं।

सर्दियों की तासीर गर्म होने के कारण इसे सर्दियों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। खजूर को दूध के साथ उबाल कर पीजिए इससे ठंड में काफी राहत मिलती है।

 बार-बार हाथ धोना जुकाम से बचने का सर्वोत्तम उपाय है । इससे संक्रमित वस्तुओं को छूने से हाथ में आये वायरस समाप्त हो जाते हैं ।

आपके परिवार में यदि किसी को जुकाम होतो एक दूसरे के बर्तन का उपयोग न करें, यदि संभव हो सके तो डिस्पोसेबल बर्तनों का ही उपयोग करें ।

थाइराइड का अचूक उपचार*🌻

आज के समय में ज़्यादातर लोगों को थाइराइड की समस्या है, इसके कारण सैकड़ों बीमारियां घेर लेती है।
मोटापा इसी के कारण बढ़ जाता है।
लोग दवा खाते रहते हैं लेकिन ये ठीक नही होता।
इसलिए दवा के साथ कुछ नियम जान लें 10 दिन में थाइराइड से आराम मिल जायेगा।

1: घर से रिफाइंड तेल बिलकुल हटा दीजिये, न सोयाबीन न सूरजमुखी, भोजन के लिए सरसों का तेल, तिल का तेल या देशी घी का प्रयोग करें।

2: आयोडीन नमक के नाम से बिकने वाला ज़हर बंद करके सेंधा नमक का प्रयोग करें, समुद्री नमक BP, थाइराइड, त्वचा रोग और हार्ट के रोगों को जन्म देता है।

3: दाल बनाते समय सीधे कुकर में दाल डाल कर सीटी न लगाएं, पहले उसे खुला रखें, जब एक उबाल आ जाये तब दाल से फेना जैसा निकलेगा, उसे किसी चमचे से निकाल कर फेंक दें, फिर सीटी लगा कर दाल पकाएं।

इन तीन उपायों को अगर अपना लिया तो पहले तो किसी को थाइराइड होगा नही और अगर पहले से है तो दवा खा कर 10 दिन में ठीक हो जायेगा।

थाइराइड की दवा

2 चम्मच गाजर का रस
3 चम्मच खीरे का रस
1 चम्मच पिसी अलसी

तीनो को आपस में मिला कर सुबह खाली पेट खा लें।
इसे खाने के आधे घंटे बाद तक कुछ नही खाना है।

ये इलाज़ रोज सुबह खाली पेट कर लें 7 दिन में परिणाम देख लें।

ठंड की 'महाऔषधि' अदरक इन बड़े रोगों में है लाजवाब दवा


ठंड की 'महाऔषधि' अदरक इन बड़े रोगों में है लाजवाब दवा



1. सूखी खांसी में अदरक के छोटे- छोटे टुकड़ों को मुंह में रखकर चूसने से बहुत जल्दी आराम मिलता है।

2. अदरक के जूस में गठिया रोग को भी ठीक करने की क्षमता होती है। इसके सूजन को खत्म करने वाले गुण गठिया और थायराइड से ग्रस्त मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

3. अदरक को सर्दी से बचाने में सबसे अधिक कारगर माना जाता है। यह सर्दी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने के साथ-साथ सर्दी फिर से आपको परेशान न कर पाए, यह भी पक्का करता है।

4. अदरक में खून को पतला करने का गुण होता है और इसी वजह से यह ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी में तुरंत लाभ के लिए जाना जाता है।

5. दांत में दर्द हो या सिर दर्द में अदरक का जूस बहुत असरकारक है। शोधों के हिसाब से यह माइग्रेन से बचने में भी आपकी भरपूर मदद करता है।

6. अदरक के जूस के नियमित इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल हमेशा कम बना रहता है। यह खून के थक्कों को जमने नहीं देता। है और इस तरह ये दिल की बीमारियों की आशंका से आपको बचाए रखता है।

7. अदरक का यह चमत्कारी गुण आपको न केवल पाचन और गैस बल्कि, सभी तरह के पेट दर्द से भी निजात दिलाता है।

8. यदि आप घने और चमकदार बाल चाहते हैं तो अदरक जूस का नियमित उपयोग आपकी यह इच्छा पूरी कर सकता है। इसे आप पी भी सकते हैं और सीधे सिर की त्वचा पर भी लगा सकते हैं। आपको सिर्फ यह ध्यान रखना है कि आप शुद्ध जूस सिर पर लगाएं जिसमें पानी की मात्रा बिलकुल न हो या न के बराबर हो। यह न केवल आपके बाल स्वस्थ बना देगा, बल्कि यह आपको रूसी से भी छुटकारा दिला देगा।

9. त्वचा से जुड़ी हुई किसी भी किस्म की समस्या है तो आप अदरक के जूस को नियमित तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। अदरक के जूस से आप मुहांसों से हमेशा के लिए निजात पा सकते हैं।

10. अदरक में कैंसर जैसी भयानक बीमारी से शरीर को बचाए रखने का गुण होता है। यह कैंसर पैदा करने वाले सेल्स को खत्म करता है। एक शोध के अनुसार अदरक स्तन कैंसर पैदा करने वाले सेल्स को बढ़ने से रोकता है।

11. अदरक के जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं, क्योंकि इनमें खून को साफ करने का खास गुण होता है।

12. अदरक वाली चाय की छोटी चुस्कियां जी मिचलाहट को रोकने में मदद कर सकती है

Very good beauty tips to get glowing , shining, n vibrant skin of your face You do this daily for few days n see the amazing diffrence on your face

For that you need only 3 ingridents
1. 1 tbs sugar
2. 1 tbs honey
3. 1 tbs aloevera gel
Mix all n apply on ur face n scrub it for few minutes then leave it for 25 to 30 min then after wash your face with normal water
Do it for one month and feel the beauty of this amazing pack

Super magical oil which will make your hair naturally black.

Here are the ingridents for the magical hair oil:-

1. 7 tbs extra virgin coconut oil
2. 1 tbs amla powder
3. 1 tbs black peeper powder
4. 1/2 tbs coffee powder

Now you have to add amla powder n black peeper powder in coconut oil then boil it for 5-7 minutes then in last add coffee powder n switch off the flame of gas stove
Then cool it n filter it n keep the oil in clean bowl then use it on hair n see the result

Easy tips for removing belly fat in few days .

Also this solution will help u to give relief in acidity , gastric and flatulence.

Also this wonderful solution will help you to keep glowing as well

So here are the ingridents :-

1. 2 tbs cummin seed ( zeera)
1. One glass water
Mix both the ingridents and keep it over night
Then in morning just boil it till the half glass water left n drink it like a tea n also chew the remained cummin seeds as well

And observe the amazing results in few days.

Healthy n beauty tips as well This tip is very useful for both the person who want to reduce their weight n also gain their weight respectively. And also who would like to shine with natural pink colour on their face.

For this we need two ingridents:-

1. 100 gms carrot ( now in winter market is full of sweet carrots)
1. 1 or 2 apple ( for individual requirement)

Now peel the both n crush them in crusher then mix and have it.

Who want to loose weight have it in morning on an empty stomach and after having till 2 hrs dont eat n drink anything

Who want to loose weight they need to have it after 1 hr of lunch.

Useful information about tea. Dear reader i was reading an article yesterday abt tea so i came to know how harmful milk tea is, just wanted to share some infromation with u all.

1. In milk tea there r 23 types of slow poison including the most dangerous poison of the world name cynide in a very low proportion.

2. Milk tea is very harmful for stomach, intestine , digestive system resulting in disease like constipation and addiction etc as many people say we feel fresh after drinking tea.

3. It kills our natural hunger

And many more facts

So i suggest you guys can have herbal tea or green tea instead of milk tea

The method of preparing herbal tea is given below:-

Ingridents of herbal tea are
1. One glass water
2. Ginger 1/2 tea spoon
3. Cinammon powder 1/4 tea spoon
4. Fennal 1 tea spoon
5. Cummin seed 1 tea spoon
6. Black peeper 1/4 tea spoon

Mix all n boil for 15 minutes for sweetness u can add jeggery in the solution.
Have this herbal tea n feel fresh n energetic through out the day
In winter it will warm ur body.

Very simple n amazing healthy n beauty tips.

You guys have to eat one cardmom( ilayachi)
N then have to drink one glass hot water before going to bed thats all.
And now read the benefits of doing this

1. It will stop your hairfall
2. It will loose your extra fat
3. It will give glow to your face
4. It will clear your pimples n scars
5. It will remove constipation
6. It will boost your immune system and many more

So just start it from today n feel d diffrence

Very easy beauty tips for all of you. To get baby soft skin you need only two ingridents

1. One tbs milk
2. One tbs aloevera gel

Mix both n apply on ur face for over night and see the result in morning your face will become like baby soft.

तेजपात/तेजपान (Indian Bay Leaf)-तेजपात / तेजपान के औषधीय गुण

तेजपात / तेजपान के औषधीय गुण


१- तेजपात के ५-६ पत्तों को एक गिलास पानी में इतने उबालें की पानी आधा रह जाए | इस पानी से प्रतिदिन सिर की मालिश करने के बाद नहाएं | इससे सिर में जुएं नहीं होती हैं |

२- चाय-पत्ती की जगह तेजपात के चूर्ण की चाय पीने से सर्दी-जुकाम,छींकें आना ,नाक बहना,जलन ,सिरदर्द आदि में शीघ्र लाभ मिलता है |

३- तेजपात के पत्तों का बारीक चूर्ण सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों पर चमक आ जाती है |

४- तेजपात के पत्रों को नियमित रूप से चूंसते रहने से हकलाहट में लाभ होता है |

५- एक चम्मच तेजपात चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है |

Very effective face pack in summer to reduce excess oil from face n also u will get glowing n shiny face in 30 min only To make face pack u will need to get only 3 ingridents.

1. Green tea extract from green tea pouch

2. 1 tbs honey

3. 1 tbs rose water

Mix all n apply on ur face for 30 min then wash with normal water and get a refreshing face.

Simple n easy tips to get rid of back pain For that u need only two ingredients

1. Roasted gram (. भूने हुएचने)

2. Raisins ( किसमिस)

To get rid of back pain u have to eat 10 pcs of roasted gram and 20 pcs of raisin for 15 days

How u have to eat this first u have ti eat one roasted gram and then u hv to eat 2 raisin like this u shd finish your roasts gram 10 pcs and 20 pcs raisin in empty stomach.

U will see the result in 3-4 days only


29-So today we will take care about our face n will know how we can make our face glowing n shining in few minutes

For this we will need

1. 1 tbs honey

2. 1 tbs aloevera gel

3. 1/2 lemon juice

Mix all and then apply on face for 40min then wash your face with normal water and see the shining face of yours in mirror


30-Well today i hv come up with a great healthy tips for dry, damaged and unmanageable hair

To make your hair glowing , shiny & manage able you guys just need three ingredients

1. One or two banana mash according to your hair length

2. 2 tbs Honey

3. 2 tbs coconut oil

Mix all three well and apply on your dry hair for one to two hours then wash your hair with normal water and see the shiny , gloosy smooth hair in one wash only.

एसिडिटी से परेशान हों तो तुरंत बदलें ये 8 चीजें, दूर हो जाएगी प्रॉब्लम

अक्सर एसिडिटी होने पर लोग एंटासिड या एसिडिटी की महंगी दवाओं की तरफ भागते हैं । एसिडिटी का असली कारण खान-पान की गलत आदतें है। अगर इन आदतों में बदलाव लाया जाए तो एसिडिटी से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कौन सी वह 8 आदतें हैं जिनमें बदलाव लाकर एसिडिटी से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।

◆बदलाव 1 – खाने के बीच में 3-4 घंटे से ज्यादा का गैप न करे

कारण – खाना पचने में 3-4 घंटे लगते है उसके बाद पेट में अपने आप एसिड बनना शुरू हो जाता है

◆बदलाव 2 – रोज निर्धारित समय पर ही खाए

कारण – ब्रेन और पेट की मेमोरी में खाने का समय दर्ज रहता है, समय होने पर बॉडी से डाइजेस्टव एसिड रिलीज होने लगते है

◆बदलाव 3 – खाना धीरे – धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाए

कारण – खाना अच्छे से न चबाने से खाने के बड़े टुकड़े डाइजेस्ट करने के लिए पेट ज्यादा एसिड रिलीज करता है

◆बदलाव 4 – अपनी फूड हेबिट में बदलाव करे

क्या करे – स्पाइसी, ऑयली, फ़ास्ट फूड के बजाय ज्यादा फाइबर, नट्स, हरी सब्जियां, बीन्स वगेरा खाए

◆बदलाव 5 – अल्कलाइन फूड्स की मात्रा बढाए

कारण – अल्कलाइन फूड एसिडिटी को न्यूट्रल करते है सोडे वाला नींबू पानी, सलाद, गाजर, खीरा खाए. पानी ज्यादा पिए

◆बदलाव 6 – एंटीबायोटिक्स या गर्म दवाओ का सेवन कम करके आयुर्वेद या होम्योपैथिक दवा ले

कारण – कई दवाओ के साइड इफ़ेक्ट से एसिडिटी हो सकती है.

◆बदलाव 7 – सोने से 3-4 घंटे पहले डिनर कर ले.

कारण – सोते समय डाइजेशन की प्रोसेस स्लो हो जाती है. खाना खाकर तुरंत सोने से एसिडिटी की प्रॉब्लम बढती है

◆बदलाव 8 – वॉक, एक्सरसाइज या योग करे.

कारण – फिजिकल एक्टिविटी न होने से डाइजेशन प्रॉपर नहीं होता और एसिडिटी बढ़ जाती है. रोज आधे घंटे की वॉक या एक्सरसाइज जरुरी है

*आगे जानिए एसिडिटी से राहत की होम रेमेडी >>*🤘

लौंग – लौंग चबाएं या लौंग उबालकर उसका पानी पिए. ये गैस और एसिडिटी से राहत दिलाती है.

ठंडा दूध – ठंडा दूध पेट में जाकर एसिड को न्यूट्रीलाइट करता है. पेट को ठंडक पहुचाता है.

नींबू, खाने का सोडा – एक गिलास ठन्डे पानी में एक चमच नींबू का रस घोले और उसमे आधा चम्मच बेकिंग सोडा डालकर तुरंत पी लें.

केला – केले की अल्कलाइनप्रॉपर्टी पेट के एसिड को न्यूट्रीलाइट करती है ओर एसिडिटी और खट्टी डकार से राहत दिलाती है

अदरक – जलन होने पर एक टुकड़ा अदरक चबाएं, एक चम्मच शहद में अदरक का रस मिलाकर भी ले सकते है

आज हम दाँत दर्द के इलाज के बारे में पता करेंगे

दाँत दर्द के लिए इलाज के लिये आपको जो चाहिये वो इस प्रकार है

...दस ग्राम बायविडंग और दस ग्राम सफेद फिटकडी थोड़ी कूट कर तीन किलो पानी में उबालें। एक किलो बचे (शेष) रहने पर छान कर बोतल में भरकर रख लें। तेज दांत के दर्द में सुबह तथा रात इस पानी से कुल्ला करने से दो दिन में ही आराम आ जाता है। कुछ अधिक दिन कुल्ला करने से दांत पत्थर की तरह मजबूत हो जाते हैं !!

*विशेष- (1 )* दांत संबंधी सभी प्रकार के कठिन एवं असाध्य रोगों के लिए बायविडंग अचूक औषधि सिद्ध हो चुकी है। यह आयुर्वेद रिसर्च कौंसिल, दिल्ली का अनुसंधान है !!

*(२) दंत रोगों में परहेज !!* तम्बाकू, गुड़, इमली, गीला चना, बैंगन, उड़द, मसूर, अमरूद, भैस या भेड़ का दूध, ठण्डा पेय, सुअर का माँस, मछली तथा अन्य बलगम पैदा करने वाले पदार्थ। चाय, काफ़ी, ठंडी लस्सी, आइसक्रीम, फ्रीजकोल्ड इत्यादि शीत पदार्थ बारम्बार लेना। चाकलेट, पीपरमेंट जैसे लसदार, मीठे खाद्यान्न इत्यादि नरम तथा मुलायम चीजों का अधिक परिमाण में सेवन। सफेद चीनी, सफेद मैदा और उससे बनी चीजें। सोडा, लेमन, कोकाकोला आदि बोतलों में बन्द पानी, शर्बत, चाय, काफी, तम्बाकू तथा नशीले पदार्थ, अति गरम या अति शीत पेय बारम्बार लेना !!

पथ्य – तिल, मैथी, मूंग, मट्ठा, शहद, मुनक्का, अनार, सेव, ईख, छुहारा, बादाम, पपीता, सौंठ, हल्दी, नीम्बू, परवल, मूली, गाजर, लहसुन, हींग, चौकरयुक्त आटा !!
कुछ भी खाने के बाद स्वच्छ जल से कुल्लें करें। दांतों से नाखून न काटैं। जब भी मिले मूली, गाजर, गन्ने के टुकड़े कर दांतों से चूसे। नमक में फ्ल्यूओराइड रहता है। नमक के पानी से अच्छी तरह कुल्ले करें। कड़वी नीम की तीन-चार हरी पतियां चबाकर थूक देनी चाहिए, इससे दांत, जीभ व मुंह एकदम साफ़ व नीरोगी रहते हैं !!

भारत के कुओं का पानी, तिल, नमक, हल्दी आदि पदार्थों में फ्ल्यूओराइड विपुल परिमाण में होता है। इसलिए कृत्रिम फ्ल्यूओराइडेशन की कोई आवश्यकता नहीं !!

*!! दाँत दर्द और अमरूद के पत्ते !!*
अमरूद के पत्तों के काढ़े से कुल्ला करने से दांत और दाढ़ की भयानक टीस और दर्द दूर हो जाता है। प्रातः दाढ़ में कीड़ा पड़ने पर ऐसा असह्य दर्द उठता है। काढा तैयार करने के लिए पतीले में पानी डाल कर उसमें अन्दाज से अमरूद के पते डाल कर इतना उबालें कि पत्तों का सारा रस उस पानी में मिल जाए और वह पानी उबाले हुए दूध की तरह गाढ़ा हो जाए।
‘अमरूद की पत्तियों के काढ़े’ से गले के गरारे करने से बढ़े हुए टॉसिल्ज में भी बड़ा लाभ होता है। अमरूद की दो-तीन पतियाँ लेकर उनके साथ थोड़ा कत्था मिलाकर खूब चबाएँ। कुछ ही दिनों में मुंह के भयंकर से भयंकर छाले साफ हो जाएंगे। केवल अमरूद की कोपलें चबाने से भी मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं !!

*!! दाँत-दाढ़ के दर्द में अदरक !!*
दांत-दाढ़ के दर्द में अदरक का टुकड़ा कुचल कर दर्द वाले दांत के खोखले भाग में रखकर मुंह बन्द कर लें और धीरे-धीरे चूसते रहें फौरन राहत महसूस होगी !!

*हिचकी में अदरक !!* दांत दर्द के अतिरिक्त अदरक के छोटे-छोटे चूसने से कई बार हिचकी बन्द होने का अनुभव भी मिला है !!

जर्दा ज्यादा खाने से दांत खराब होने पर और उनमें दर्द रहने पर
अजवायन का पिसा हुआ चूर्ण चबाइये, खासकर सोते समय, दर्द से राहत मिलेगी। कुछ दिन ऐसा करने से अवश्य लाभ होगा !!

*!! दांत दर्द !!*
फिटकड़ी को तवे (या लोहे की कडाही या मिट्टी के पात्र) पर रखकर आग पर रखें। जब पानी का अंश जल जाय और फिटकड़ी फूल जाय तो तवे को आग पर से उतारकर फिटकड़ी को पीसकर बारीक चूर्ण बना लें। जितनी फूली फिटकड़ी का पाउडर बने उसका 1/4 (चौथाई) भाग हल्दी (पिसी हुई हल्दी जो हम खाने के काम में लेते हैं) उसमें मिला लें। भली प्रकार मिलाने के बाद लकड़ी की दांत-खुचरन या सींक (दांत कांटी) की नोक पर उठाकर उस दर्द वाले दांत की जोड़ या सुराख के भीतर धीरे-धीरे घुसावें और यह फूली फिटकड़ी तथा हल्दी का मिश्रण भर दें। दवा दांत के अन्दर आने के साथ ही दर्द शान्त हो जाता है। प्रायः एक या दो बार ही प्रयोग करना पड़ता है,उसके बाद प्रायः जरूरत ही नहीं रहेगी !!

*!! विशेष – हल्दी के गुण !!*

हल्दी रस (स्वाद) की दृष्टि से कसैली एवं कड़वी होने से दांत तथा मसूड़ों पर हितकारी असर करती है। कसैला रस हमेशा संकोचन करने वाला होने से सूजन दूर करता है। कसैला रस जिसके सम्पर्क में आता है उसी अंग को मजबूत करता है। हल्दी में पाया जाने वाला कड़वा रस खासकर दंतकृमि को उत्पन्न होने नहीं देता और यदि उत्पन्न हो भी गये हो उनको नष्ट कर देता है। इसके प्रयोग से दाढ़ या दांत में छिद्र होते नहीं। कड़वा रस भी कसैला रस की तरह रक्तशुद्धि करने वाला है। मसूड़ों का रक्त शुद्ध रहने से दांत मजबूत रहते है। हल्दी रस में तीखी भी है जो कफ का नाश करती है, तथा कृमि व चिकनाई को दूर करती है !!

Very useful n effective tips for hair smoothness and shiny

For this you guys need the following ingredients

1. 2 tbs butter ( room temperature)
2. 1 tbs glycerin
3. 1 tbs castor oil
4. 1 tbs raw milk

U guys can increase the dose of ingredients according to your hair length

Mix all well and apply on your hair then after one hour wash with regular shampoo and get extra smooth, shiny n manageable hair in one wash only

घर में इस्तेमाल होने वाली सूई से ऐसे बच सकती है भयावह स्ट्रोक से मरते व्यक्ति की जान !

NEEDLE CAN SAVE A PATIENT’S LIFE IN CASE OF STROKE. THIS ADVICE WAS GIVEN BY CHINESE PROFESSOR WHO SAYS THAT YOU ALWAYS SHOULD HAVE A NEEDLE IN YOUR HOUSE

एक छोटी सी सूई पक्षाघात ( स्ट्रोक ) और हार्ट अटैक से भी मरते हुए व्यक्ति की जान बचा सकती है l

ये सलाह एक चाइनीज़ विद्वान ने दी है जिसने कहा है की सुई एक ऐसी चीज़ है जो हमेशा आपके घर में होनी चाहिए l

पक्षाघात (स्ट्रोक)

पक्षाघात में आमतौर पर शरीर के एक हिस्से को लकवा अर्धांगघात मार जाता है। सिर्फ़ चेहरे, या एक बांह या एक पैर या शरीर और चेहरे के पूरे एक पहलू में लकवा मार सकता है या दुर्बलता आ सकती है।

जब किसी को स्ट्रोक होता है, तो उसके मस्तिष्क की केशिकायें धीरे-धीरे फटने लग जाती हैं। इसमें मरीज को आराम और तुरंत आपातकालीन प्राथमिक चिकित्सा की अत्यंत आवश्यकता है। इन तरीकों से आपको किसी मरते हुए की जान को बचाने के लिए मदद मिलेगी!

पक्षाघात तब लगता है जब अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से मे रक्त आपूर्ति रुक जाती है या मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका फट जाती है और मस्तिष्क की कोशिकाओं के आस-पास की जगह में खून भर जाता है। जिस तरह किसी व्यक्ति के हृदय में जब रक्त आपूर्ति का आभाव होता तो कहा जाता है कि उसे दिल का दौरा पड़ गया है उसी तरह जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या मस्तिष्क में अचानक रक्तस्राव होने लगता है तो कहा जाता है कि आदमी को “मस्तिष्क का दौरा’’ पड़ गया है।

शांत रहो। पीड़ित चाहे कहीं पर भी हो आप उसे उसकी जगह से कदापि न हिलाएं l क्योंकि अगर आप रोगी को हिलाते हैं तो उसकी रक्त कोशिकायें फट सकती हैं और यह मस्तिष्क में तुरंत रक्तस्राव का कारण होगा ! यदि आपके पास एक सिरिंज है, तो यह सबसे अच्छा होगा; अन्यथा सिलाई के लिए नियमित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली सुई के इस्तेमाल से भी काम बन जाएगा।

1.Hold the needle – over the fire, a lighter or candle to sterilize and then use it for pricking the tops of all 10 fingers. (सुई को शुद्ध करने के लिए उसे कुछ सेकंड तक आग पर गरम करें और फिर पीड़ित की सभी उँगलियों पर चुभांये )

2.No specific acupuncture is need; it should only be a few millimeters from the nail. ( किसी विशेष अक्युपन्चर की विधि को जान्ने की आवश्यकता नहीं , बस नाखूनों से कुछ मिलीमीटर की दूरी पर सुई चुभाना चुरू करें )

3. Perform so that the blood can flow. ( ऐसे सुई चुभोये की सभी उँगलियों से खून निकलना शुरू हो जाये )

4.If blood does not start to drip, tighten and start squeezing the blood to flow.( यदि खून न निकले तो थोडा जोर से चुभोएँ और उँगलियों को दबाएँ की खून निकलना शुरू हो जाये )

5.When all 10 fingers begin to bleed wait a few minutes – you will see that the victim will be back to life! (जब सभी 10 उँगलियों से खून निकलना शुरू हो जाये तो कुछ मिनट तक वेट करें – आप देखेंगे की पीड़ित वापस सामान्य होना शुरू हो जायेगा )

6.If the victim’s mouth is distorted, massage their ears until they become red – so blood can come to them( यदि पीड़ित का मुंह अकड़ा हुआ है या चेहरा बिगड़ गया है तो उनके कानों को तब तक सहलाएं जब तक उसके कान लाल न हो जाएँ , ताकि उनमें से खून बाहर आ सके )

7.Then prick with the needle in each ear in the soft part, to fall two drops of blood of each ear. A few minutes later, his mouth would no longer be distorted ( उसके बाद दोनों कानों के मुलायम हिस्से में सुई चुभाना शुरू करें ताकि हर कान में से खून की 2 बूँद बाहर आ जाएँ, कुछ ही मिनटों में पीड़ित का चेहरा वापस सामान्य हो जायेगा )

8.इसके बाद तुरंत पीड़ित को हस्पताल ले जाएँ और उसका पूरे विधिवत तरीके से इलाज कराएँ

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शहद देगा आपको सुंदर मुलायम और मुहाँसे मुक्त त्वचा

शहद एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो आपकी त्वचा को जवान रखता है और सूजन को कम करता है। यह उन बैक्टीरिया को मारता है जिनके कारण मुँहासे होते हैं, मुँहासों को कम करता है, आपकी त्वचा को पोषण देता है और झुर्रियों को भी दूर करता है। हनी में ऐसे कई एंटीऑक्सिडेंट्स हैं जो त्वचा के लिए अच्छे हो सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट त्वचा और शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाते हैं जिनके कारण समय से पहले ही स्किन एजिंग की समस्या होती है। साथ ही शहद में ऐसे बहुत सारे विटामिन हैं जों त्वचा की चमक के लिए आवश्यक हैं।

शहद का उपयोग बहुत आसान है। बस उपयोग के लिए कच्चा शहद लें। अपनी हथेली में थोड़ा शहद लेकर उसे फैला लें।
धीरे-धीरे अपने दानों, दानों के निशान और आसपास की त्वचा पर शहद लगा लें।

लगभग आधे घंटे के लिए अपनी त्वचा पर शहद छोड़ दें।

उसके बाद गर्म पानी के साथ मुँह धो लें।

अगर आपको हल्के मुँहासे हैं, तो आप एक सप्ताह में दो बार यह कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको गंभीर मुँहासे हैं, तो हर दिन करें।

रिफाइंड तेल खाएं – बीमारियों को बुलाएँ ! जहर है रिफाइन तेल

आज से 50 साल पहले तो कोई रिफाइंड तेल के बारे में जानता नहीं था, ये पिछले 20 -25 वर्षों से हमारे देश में आया है | कुछ विदेशी (अमेरिका) कंपनियों और भारतीय कंपनियाँ इस धंधे में लगी हुई हैं | इन्होने चक्कर चलाया और टेलीविजन के माध्यम से जम कर प्रचार किया लेकिन लोगों ने माना नहीं इनकी बात को, तब इन्होने डॉक्टरों के माध्यम से कहलवाना शुरू किया | डॉक्टरों ने अपने प्रेस्क्रिप्शन में रिफाइन तेल लिखना शुरू किया कि तेल खाना तो सफोला का खाना या सनफ्लावर का खाना, ये नहीं कहते कि घानी से निकला हुआ शुद्ध सरसों का तेल खाओ, तिल का खाओ या मूंगफली का खाओ, आप सब समझदार हैं समझ सकते हैं |

अचानक से ही एक हल्ला होने लगता है कि आपकी सेहत का ध्यान रखने, रिफाइन तेल आ गया है. हम बिना किसी जांच और रिपोर्ट को ना देखते हुए बस इसका उपयोग करने लगते हैं.

अब आपसे पूछा जाये कि आपने रिफाइन तेल का इस्तेमाल करना क्यों शुरू किया तो आपका जवाब होगा क्योकि वह *दिल* के लिए अच्छा होता है. टीवी पर आ रहे विज्ञापनों से यही पता चलता है. लेकिन हकीकत बात यह है कि रिफाइन तेल दिल और हमारे शरीर के लिए *जहर* है |

*कैसे बनता है –*

ये रिफाइन तेल बनता कैसे हैं? किसी भी तेल को रिफाइन करने में *6 से 7 केमिकल* का प्रयोग किया जाता है और *डबल रिफाइन करने में ये संख्या 12 -13 हो जाती है* | ये सब केमिकल मनुष्य के द्वारा बनाये हुए हैं प्रयोगशाला में, भगवान का बनाया हुआ एक भी केमिकल इस्तेमाल नहीं होता, भगवान का बनाया मतलब प्रकृति का दिया हुआ जिसे हम आर्गेनिक कहते हैं | तेल को साफ़ करने के लिए जितने केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं सब *Inorganic हैं और Inorganic केमिकल ही दुनिया में जहर बनाते हैं* और उनका combination जहर के तरफ ही ले जाता है | *इसलिए रिफाइन तेल, डबल रिफाइन तेल गलती से भी न खाएं |* फिर आप कहेंगे कि, क्या खाएं ? तो आप शुद्ध तेल खाइए, तिल का, सरसों का, मूंगफली का, तीसी का, या नारियल का | अब आप कहेंगे कि शुद्ध तेल में बास बहुत आती है और दूसरा कि शुद्ध तेल बहुत चिपचिपा होता है | रिसर्च से पता चला कि तेल का चिपचिपापन उसका सबसे महत्वपूर्ण घटक है | तेल में से जैसे ही चिपचिपापन निकाला जाता है तो पता चला कि ये तो तेल ही नहीं रहा, तेल में जो बास आ रही है वो उसका प्रोटीन कंटेंट है, *शुद्ध तेल में प्रोटीन बहुत है,* दालों में ईश्वर का दिया हुआ प्रोटीन सबसे ज्यादा है, दालों के बाद जो सबसे ज्यादा प्रोटीन है वो तेलों में ही है, तो तेलों में जो बास आप पाते हैं वो उसका Organic content है प्रोटीन के लिए | 4 -5 तरह के प्रोटीन हैं सभी तेलों में, आप जैसे ही तेल की बास निकालेंगे उसका प्रोटीन वाला घटक गायब हो जाता है और चिपचिपापन निकाल दिया तो उसका *Fatty Acid* गायब | अब ये दोनों ही चीजें निकल गयी तो वो तेल नहीं पानी है, जहर मिला हुआ पानी | और ऐसे रिफाइन तेल के खाने से कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं, *घुटने दुखना, कमर दुखना, हड्डियों में दर्द, ये तो छोटी बीमारियाँ हैं, सबसे खतरनाक बीमारी है, हृदयघात (Heart Attack), पैरालिसिस, ब्रेन का डैमेज हो जाना, आदि, आदि |* जिन-जिन घरों में पूरे मनोयोग से रिफाइन तेल खाया जाता है उन्ही घरों में ये समस्या आप पाएंगे, जिनके यहाँ रिफाइन तेल इस्तेमाल हो रहा है उन्ही के यहाँ *Heart Blockage और Heart Attack की समस्याएं हो रही है |*

*आप खुद पढ़िए*

अब आप अगर पढ़े लिखे हैं तो आप खुद इन्टरनेट पर सर्च कीजिये *‘The Truth: About Refined Cooking Oil’* आपको यहाँ कई तरह की रिपोर्ट पढ़ने को मिल जाएगी. सबसे बड़ी बात यह है कि *अमेरिका और रूस जैसे देशों के *वैज्ञानिकों*ने भी दावा किया है कि रिफाइन आयल को बनाते वक़्त जिस तरह के केमिकल इस्तेमाल हो रहे हैं वह हमारे शरीर को अन्दर से *खोखला* बना रहे हैं. काई बार तो इसको बनाने में खास तरह का साबून उपयोग में लाया जा रहा है जिसकी वजह से हमारा पेट अक्सर खराब ही रहता है |

*क्या कहते हैं AIIMS के डॉक्टर*

जब *सफोला* का तेल लेबोरेटरी में टेस्ट किया, सूरजमुखी का तेल, अलग-अलग ब्रांड का टेस्ट किया तो AIIMS के भी कई डोक्टरों की रूचि इसमें पैदा हुई तो उन्होंने भी इस पर काम किया और उन डॉक्टरों ने बताया *“तेल में से जैसे ही आप चिपचिपापन निकालेंगे, बास को निकालेंगे तो वो तेल ही नहीं रहता, तेल के सारे महत्वपूर्ण घटक निकल जाते हैं और डबल रिफाइन में कुछ भी नहीं रहता, वो छूँछ बच जाता है,* और उसी को हम खा रहे हैं तो तेल के माध्यम से जो कुछ पौष्टिकता हमें मिलनी चाहिए वो मिल नहीं रहा है |” आप बोलेंगे कि तेल के माध्यम से हमें क्या मिल रहा ? हमको शुद्ध तेल से मिलता है *HDL (High Density Lipoprotein),* ये तेलों से ही आता है हमारे शरीर में, वैसे तो

ये लीवर में बनता है लेकिन शुद्ध तेल खाएं तब | तो आप शुद्ध तेल खाएं तो आपका *HDL अच्छा रहेगा* और जीवन भर ह्रदय रोगों की सम्भावना से आप दूर रहेंगे |

तो शायद अब आप समझ गये होंगे कि आखिर क्यों हमारे पूर्वज शुद्ध सरसों का तेल खाने में उपयोग करते थे तभी उन दिनों हार्ट की समस्या इतनी कम होती थी और वह लोग 100 साल से ऊपर तक जीते थे।।

सेंधा नमक के फायदे

1. सेंधा नमक हड्डियों को मजबूत रखता है।
2. मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या सेंधा नमक के सेवन से ही ठीक हो सकती है।
3. नियमित सेंधा नमक का सेवन करने से प्राकृतिक नींद आती है। यह अनिंद्रा की तकलीफ को दूर करता है।
4. यह साइनस के दर्द को कम करता है।
5. शरीर में शर्करा को शरीर के अनुसार ही संतुलित रखता है।
6. पाचन तंत्र को ठीक रखता है।
7. यह शरीर में जल के स्तर की जांच करता है जिसकी वजह से शरीर की क्रियाओं को मदद मिलती है।
8. पित्त की पत्थरी व मूत्रपिंड को रोकने में सेंधा नमक और दूसरे नमकों से बेहद उपयोगी है।
9. पानी के साथ सेंधा नमक लेने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
10. सेंधा नमक का सेवन दमा के रोगीयों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

सदा स्वस्थ रहे मस्त रहे।

Post is about our food so read it carefully n try to follow the said facts about our health

1- 90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी।
2- कुल 13 अधारणीय वेग हैं
3-160 रोग केवल मांसाहार से होते है
4- 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।
5- 80 रोग चाय पीने से होते हैं।
6- 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं।
7- शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग होता है।
8- अण्डा खाने से हृदयरोग, पथरी और गुर्दे खराब होते हैं।
9- ठंडेजल (फ्रिज)और आइसक्रीम से बड़ीआंत सिकुड़ जाती है।
10- मैगी, गुटका, शराब, सूअर का माँस, पिज्जा, बर्गर, बीड़ी, सिगरेट, पेप्सी, कोक से बड़ी आंत सड़ती है।
11- भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।
12- बाल रंगने वाले द्रव्यों(हेयरकलर) से आँखों को हानि (अंधापन भी) होती है।
13- दूध(चाय) के साथ नमक(नमकीन
पदार्थ) खाने से चर्म रोग हो जाता है।
14- शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।
15- गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है और
शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से आँखें कमजोर हो जाती हैं।
16- टाई बांधने से आँखों और मस्तिश्क हो हानि पहुँचती है।
17- खड़े होकर जल पीने से घुटनों(जोड़ों) में पीड़ा होती है।
18- खड़े होकर मूत्रत्याग करने से रीढ़
की हड्डी को हानि होती है।
19- भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।
20- जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।
21- मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।
22- पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और क्षय(टीबी) होने का डर रहता है।
23- चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध हो जाता है मलेरिया नहीं होता है।
24- तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।
25- मूली प्रतिदिन खाने से व्यक्ति अनेक रोगों से मुक्त रहता है।
26- अनार आंव, संग्रहणी, पुरानी खांसी व हृदय रोगों के लिए सर्वश्रेश्ठ है।
27- हृदयरोगी के लिए अर्जुनकी छाल, लौकी का रस, तुलसी, पुदीना, मौसमी,
सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा, छिलकेयुक्त अनाज औशधियां हैं।
28- भोजन के पश्चात् पान, गुड़ या सौंफ खाने से पाचन अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।
29- अपक्व भोजन (जो आग पर न पकाया गया हो) से शरीर स्वस्थ रहता है और आयु दीर्घ होती है।
30- मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर होती है।
31- जल सदैव ताजा(चापाकल, कुएं
आदि का) पीना चाहिये, बोतलबंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण होते हैं।
32- नीबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के रोग) तथा हैजा से बचाता है।
33- चोकर खाने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। इसलिए सदैव गेहूं मोटा ही पिसवाना चाहिए।
34- फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल नहीं पीना चाहिए।
35- भोजन पकने के 48 मिनट के
अन्दर खा लेना चाहिए। उसके पश्चात्
उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।। 36- मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100% कांसे के बर्तन
में 97% पीतल के बर्तन में 93% अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13% ही बचते हैं।
37- गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा, मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग करना चाहिए।
38- 14 वर्श से कम उम्र के बच्चों को मैदा (बिस्कुट, बे्रड, समोसा आदि)
कभी भी नहीं खिलाना चाहिए।
39- खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेश्ठ होता है उसके बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के समान होता है।
40- जल जाने पर आलू का रस, हल्दी, शहद, घृतकुमारी में से कुछ भी लगाने पर जलन ठीक हो जाती है और फफोले नहीं पड़ते।
41- सरसों, तिल,मूंगफली या नारियल का तेल ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए है। रिफाइंड तेल और
वनस्पति घी (डालडा) जहर होता है।
42- पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है।
43- खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।
44- चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5-20 मिनट तक चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है।
हड्डी टूटने पर चुम्बक का प्रयोग करने से आधे से भी कम समय में ठीक होती है।
45- मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी(कच्ची) चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।
46- कुत्ता काटने पर हल्दी लगाना चाहिए।
47-बर्तन मिटटी के ही परयोग करन चाहिए।
48- टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर
दातून और मंजन करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे।
(आँखों के रोग में दातून नहीं करना)
49- यदि सम्भव हो तो सूर्यास्त के पश्चात् न तो पढ़े और लिखने का काम तो न ही करें तो अच्छा है।
50- निरोग रहने के लिए अच्छी नींद और अच्छा(ताजा) भोजन अत्यन्त
आवश्यक है।
51- देर रात तक जागने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाती है। भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं हो पाता है आँखों के रोग भी होते हैं।
52- प्रातः का भोजन राजकुमार के
समान, दोपहर का राजा और रात्रि का भिखारी के समान।

1/29/2020

This post is about heart attacks and its remedies Hope it will help you

ये याद रखिये की भारत मैं सबसे ज्यादा मौते कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं।
आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व कोलस्ट्रोल बढ़ा हुआ हे।
अमेरिका की कईं बड़ी बड़ी कंपनिया भारत मैं दिल के रोगियों (heart patients) को अरबों की दवाई बेच रही हैं !
लेकिन अगर आपको कोई तकलीफ हुई तो डॉक्टर कहेगा angioplasty (एन्जीओप्लास्टी) करवाओ।
इस ऑपरेशन मे डॉक्टर दिल की नली में एक spring डालते हैं जिसे stent कहते हैं।
यह stent अमेरिका में बनता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डॉलर (रू.150-180) है।
इसी stent को भारत मे लाकर 3-5 लाख रूपए मे बेचा जाता है व आपको लूटा जाता है।
डॉक्टरों को लाखों रूपए का commission मिलता है इसलिए व आपसे बार बार कहता है कि angioplasty करवाओ।
Cholestrol, BP ya heart attack आने की मुख्य वजह है, Angioplasty ऑपरेशन।
यह कभी किसी का सफल नहीं होता।
क्यूँकी डॉक्टर, जो spring दिल की नली मे डालता है वह बिलकुल pen की spring की तरह होती है।
कुछ ही महीनो में उस spring की दोनों साइडों पर आगे व पीछे blockage (cholestrol व fat) जमा होना शुरू हो जाता है।
इसके बाद फिर आता है दूसरा heart attack ( हार्ट अटैक )
डॉक्टर कहता हें फिर से angioplasty करवाओ।
आपके लाखो रूपए लुटता है और आपकी जिंदगी इसी में निकल जाती हैं।

अब पढ़िए

उसका आयुर्वेदिक इलाज
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अदरक (ginger juice)
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यह खून को पतला करता है।
यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता हें।
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लहसुन (garlic juice)
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इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है।
वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है।
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नींबू (lemon juice)
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इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं।
ये रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं।
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एप्पल साइडर सिरका ( apple cider vinegar)
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इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।
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इन देशी दवाओं को इस तरह उपयोग में लेवें
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1-एक कप नींबू का रस लें
2-एक कप अदरक का रस लें
3-एक कप लहसुन का रस लें
4-एक कप एप्पल का सिरका लें
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चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें|
अब आप उसमें 3 कप शहद मिला लें
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रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएंगी।

A great n lovely beauty tips for all lovely ladies


A great face mask for glowing n shining face

Following ingredients to b required for the mask

  • 1 tbs curd


  • Small piece of ripe banana 🍌


  • 1 tbs almond oil


  • 1 tbs honey 🍯


  • 1/4 tea spoon of vasleine

Mix all the ingridents well and make a thick paste then apply on face
for almost 50- 60 min then wash it with normal water 💦

And you will b amazed to see glowing and shining face of yours

Very easy and effective beauty tips to get fair skin

Required ingredients are
  • 1 tbs honey 🍯


  • 1/2 tbs coffee ☕️ powder

Mix both and apply on your face for 30 min and then wash with normal water 💦 and get glowing face.

Beauty tips to get fair skin.

Ingridents required for this are

  • 1 tbs baking soda

  • 2 tbs aloevera gel

Mix both and make a thick paste then apply on your face for
30 min and then wash face with normal water

अलसी के बारे में हम चर्चा करेंगे

आशा करती हूँ कि आप सभी को पसंद आयेगी और इसे आप प्रयोग में लाकर अपना स्वास्थ सुधारेंगे

अलसी ऐक चमत्कारी आैषधी* विविध नाम :-
अलसी, फ्लेक्स सीड्स, लिन सिड्स वगैरा उसके नाम हैं।💥 दोस्तो अलसी से सभी परिचित होंगे
लेकिन उसके चमत्कारी फायदे से बहुत ही कम लोग जानते हैं।
💥 मै डाक्टर प्रयाग डाभी आज अलसी के फायदे जो बता रहा हूॅ उनसे आप जरुर रोग मुक्त हो जायेगें।

☘ अलसी शरीर को स्वस्थ रखती है व आयु बढ़ाती है। अलसी में 23 प्रतिशत ओमेगा-3 फेटी एसिड, 20 प्रतिशत प्रोटीन,
27 प्रतिशत फाइबर, लिगनेन, विटामिन बी ग्रुप, सेलेनियम, पोटेशियम, मेगनीशियम, जिंक आदि होते हैं।

💥 अलसी में रेशे भरपूर 27% पर शर्करा 1.8% यानी नगण्य होती है। इसलिए यह शून्य-शर्करा आहार कहलाती है और मधुमेह रोगियों के लिए आदर्श आहार है।

💥 ब्लड शुगर* 💥 •••••••••••••••••••••••••••••
☘ अगर किसीको ब्लड शुगर, (डायाबिटिज) की तकलीफ है तो आपके लिये अलसी किसी वरदान से कम नहीं है।

👉 सुबह खाली पेट २ चमच अलसी लेकर, २ ग्लास पानी मे उबालै जब आधा पानी बचे तब छानकर पियें।

☘ *थाईराईड* ☘••••••••••••••••••••••••••••
👉 सुबह खाली पेट २ चमच अलसी लेकर २ ग्लास पानी में उबालै जब आधा पानी बचे तब छानकर पियें।

👉 यह दोनो प्रकार के थाईराईड मे बढिया काम करती है।

☘ *हाटँ ब्लोकेज* ☘•••••••••••••••••••••••••••••
👉 ३ महिना अलसी का काढा उपर बताई गई विधि के अनुसार करने से आपको ऐन्जियोप्लास्टि कराने की जरुरत नहीं पडती।

☘ *लकवा, पैरालिसीस* ☘••••••••••••••••••••••••••••
👉 पेरालिसीस होने पर ऊपर बताई गई विधि से काढा पीने से लकवा ठीक हो जाता है।

☘ बालों का गिरना ☘••••••••••••••••••••••••••••
👉 अलसी को आधा चमच रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से बाल गिरने बंद हो जाते हैं।

☘ *जोडो का ददँ* ☘•••••••••••••••••••••••••••••
अलसी का काढा पीने से जोडो का दर्द दूर हो जाता है। साईटिका, नस का दबना वगैरा मे लाभकारी।

☘ *अतिरिक्त वजन* ☘•••••••••••••••••••••••••••••
👉 अलसी का काढा पीने से शरीर का अतिरिक्त मेद दूर होता है। नित़्य इसका सेवन करें, निरोगी रहे।

☘ *केन्सर* ☘••••••••••••••••••••••••••••••
👉 किसी भी प्रकार के केन्सर मे अलसी का काढा सुबह शाम दो बार पिऐ जिससे असाधारण लाभ निश्चीत है।

☘ *पेट की समस्या*☘•••••••••••••••••••••••••••••
👉 जिन लोगों को बार बार पेट के जुडे रोग होते हैं उनके लिये अलसी रामबाण ईलाज है। अलसी कब्ज, पेट का दर्द आदि में फायदाकारक है।

☘ *बालों का सफेद होना* ☘•••••••••••••••••••••••••••••
👉 १ व्यक्ति ने मुझे बताया कि उसने मेरे बताने के अनुसार ३ महिने अलसी का काढा पीया तो उसके सफेद बाल भी धीरे धीरे काले होने लगे।

☘ *सुस्ति, आलस, कमजोरी* ☘••••••••••••••••••••••••••••• 👉 अलसी का काढा पीने से सुस्ती, थकान, कमजोरी दूर होती है।

☘ *किसी भी प्रकार की गांठ* ☘••••••••••••••••••••••••••••••
👉 सुबह शाम दो समय अलसी का काढा बनाकर पीने से शरीर में होने वाली किसी भी प्रकार की गांठ ठीक हो जाती है।
☘ *श्वास - दमा कफ, ऐलजीँ* ☘•••••••••••••••••••••••••••••

👉 अलसी का काढा रोज सुबह शाम २ बार लेने से श्वास, दमा, कफ, ऐलजीँ के रोग ठीक हो जाते हैं।

☘ *ह्दय की कमजोरी* ☘•••••••••••••••••••••••••••••
👉 ह्दय से जुड़ी किसी भी समस़्या मे अलसी का काढा रामबाण ईलाज है।

👉 जिन लोगों को ऊपर बताई गई समस़्या में से १ भी तकलीफ है तो आपके पास ईसका रामबाण ईलाज
के रुप में अलसी का काढा है। क्रपया आप इसका सेवन करें आैर स्वस्थ रहें।

🍀 कैसे बनायें काढा 🍀••••••••••••••••••••••••••••••••
👉 २ चमच अलसी + 3 ग्लास पानी मिक्स करके उबालें। जब अाधा पानी बचे तब छानकर पियें।


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the solution for hyper pigmentation , dark patches on face and sun tan.

For this you guys need only two ingredients:-

1. Potato juice 1 tbs

2. Lemon juice 1 tbs

Mix both and apply on all over face at bed time , after putting one layer let it dry ,
then put one more layer over it with cotton balls then again let it dry then one more
layer apply on face over second layer n leave it for over night.

In morning wash your face and you will get desired result in one week.

14-Hope enjoying the anger of sun .☀️ Well really its too hot to go out.

To keep your self hydrate in these summer days .

Keep drinking coconut water 💦 and also put few drops of lemon 🍋 juice in it then drink

As coconut water have all minerals and vitamins except vitamin C so after adding lemon 🍋 juice in it,
it became complete health tonic to maintain over all health.

natural beauty tips to recover the natural colour of face skin.

Some patients asked me how we can stop discolouration of our face like forhead , chin area etc.

For that you guys required only two ingredients :-

1. Lemon juice 1tbs
2. Potato juice 1tbs
Mix both and apply on effected area of face for 3-4 hours and then wash your face with normal water 💦

Apply it regularly for 10 -15 days in order to get significant result.

tips for those who have belly fat.

Its very simple n effective tip to reduce your stubborn belly fat in few days only.

Add 1 tsp. of ground cinnamon to your daily diet in order to increase your metabolism.

Now for the magical drink you need to mix 1 teaspoon cinnamon powder in 200 ml of lukewarm water.
Stir it well and add honey in the mix. Drink this potion every morning before breakfast.

If you do this everyday for 10-12 days, you will see gradual reduction in you waist size and belly fat

7-अमृतधारा

अमृतधारा के लाभ



अमृत धारा कई बीमारियों का इलाज करने के लिए जैसे मतली, उल्टी, पेट में दर्द, कांटेदार गर्मी, सिरदर्द, गैस की परेशानी आदि।

अमृत धारा अनेका अनेक बीमारियो में काम आती हैं। हम अभी आपको बताने जा रहे हैं अमृत धारा घर पर कैसे बनाये
और ये किन किन बीमारियो में उपयोग में लायी जा सकती हैं। ये बहुत ही आसान सरल और उपयोगी हैं।

एक छोटी सी अच्छी मजबूत कार्कदार कांच की शीशी में कपूर (भीमसेनी कपूर हो तो उतम है), पिपरामिंट ( पुदीने के फूल ),
अजवायन का सत-तीनो वस्तुए ( किसी कैमिस्ट या पंसारी से खरीद कर) प्रत्येक पांच-पांच ग्राम (बराबर वजन ) लेकर डाल दे।
दस पंद्रह मिनट हिलाने से धीरे-धीरे सब का तरल (पानी) बन जायेगा। शीशी को धुप में रखने से तो शीघ्र ही अपने आप पानी हो जायेगा। बस, अमृतधारा तैयार है।यह अनेक रोगो की परमऔषिधि है। अमृत धारा किन किन रोगो में काम आती हैं आईये देखे

अमृतधारा के उपयोग-


1. बदहजमी, पेटदर्द, दस्त, उल्टी में 3-4 बूंद थोड़े पानी में मिलाकर सेवन करें ।

2. हैजा में 1 चम्मच प्याज के रस में 2 बूंद डालकर सेवन करें।

3. सिरदर्द में 2 बूँद सिर, माथे और कान के आस पास मलें।

4. छाती का दर्द मीठे (तिल) तेल में अमृतधारा मिलाकर मलने से ठीक हो जाता है ।

5. सूँघने पर साँस खुलकर आता है तथा जुकाम ठीक हो जाता है ।

6. छालों पर थोड़े पानी में 1-2 बूँद डालकर लगाने से लाभ होता है।

7. दाँत दर्द में रूई में भिगोकर दबाने से लाभ होता है ।

8. श्वास, खाँसी, दमा और क्षय-रोग में 4-5 बूँद अमृतधारा ठंडे पानी में मिलाकर सेवन करें।

9. दिल के रोग में आँवले के मुरब्बे में 3-4 बूँद डालकर खाने से लाभ होता है ।

10. पेट दर्द में 2 बूँद बताशे में डालकर खाने से लाभ होता है ।

11. भोजन के बाद दोनों समय 2-3 बूँद अमृतधारा ठंडे पानी में मिलाकर पीने से मन्दाग्नि, अजीर्ण, बादी, बदहजमी एवं गैस ठीक हो जाती है ।

12. 10 ग्राम गाय के मक्खन और 5 ग्राम शहद में 3 बूँद अमृतधारा मिलाकर प्रतिदिन खाने से शरीर की कमजोरी में लाभ होता है ।

13. हिचकी में 1-2 बूँद अमृतधारा जीभ में रखकर मुँह बंद करके सूँघने से 4 मिनट में ही लाभ होता है ।

14. 10 ग्राम नीम के तेल में 5 बूँद अमृतधारा मिलाकर मालिश करने से हर तरह की खुजली में लाभ होता है ।

15. ततैया, बिच्छू, भौरा या मधुमक्खी के काटने के स्थान पर अमृतधारा मलने लाभ होता है ।

16. 10 ग्राम वैसलीन में 4 बूँद अमृतधारा मिलाकर, शरीर के हर तरह के दर्द पर मालिश करने से दर्द में लाभ होता है।
फटी बिवाई और फटे होंठों पर लगाने से दर्द ठीक हो जाता है तथा फटी चमड़ी जुड़ जाती है।

6-तेजपत्ते के फायदे🍃

तेजपत्ता डायबिटीज को सही करने के साथ ही हमें अन्य कई गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है|


कई लोग समझते हैं कि तेजपत्ता सिर्फ सब्जी और चिकन बनाने के काम आता है। जबकि ऐसा नहीं है। तेजपत्ता पूरी तरह से औषधीय गुणों से भरपूर है।
इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट, कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, सेलेनियम और आयरन पाए जाते हैं। यह सभी हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत जरूरी हैं।
आज हम यहां आपको बताएंगे कि तेजपत्ता डायबिटीज को सही करने के साथ ही हमें अन्य कई गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है।
सही करने के साथ ही हमें अन्य कई गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है।

डायबिटीज के लिए रामबाण
डायबिटीज काफी हद तक हमारे लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है। कई बार जैनेटिक समस्या होने के चलते भी यह रोग हो जाता है।
यह बहुत गंभीर रोग है, लेकिन अगर इससे बचने के लिए रोज छोटे-छोटे कदम उठाएं तो इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है।
डायबिटीज में तेजपत्ता एक दवाई की तरह काम करता है। अगर इसका खाने में या उबाल कर नियमित सेवन किया जाए तो डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
सुबह तेजपत्ते के नर्म नर्म 5 या 6 पत्तों को तोड़ ले (जो हल्का हरा रंग के होते हैं ) और
उसको खाली पेट धीरे धीरे चबा ले ऐसा २ या ३ महीने करते रहने से आपको काफी फायदा होगा|

पथरी के लिए है फायदेमंद

अनियमित और दूषित खानपान के चलते आजकल पेट में पथरी होना एक आम समस्या हो गई है। इस रोग में पेट में बहुत दर्द होता है।
पथरी से परेशान लोगों के लिए तेजपत्ता बहुत काम की चीज है। इसके सेवन से पथरी का काफी हद तक कटाव होता है। तेजपत्ते को उबाल कर या खाने में सेवन किया जा सकता है।

नींद की कमी होती है दूर

अत्यधिक तनाव और चिंता के चलते नींद की कमी होना लाजमी है। एक सर्वे के अनुसार जो महिलाएं घर में रहती हैं उन्हें अधिक तनाव की समस्या रहती है।
क्योंकि वह अपनी इच्छाओं और बातों को ज्यादा शेयर नहीं कर पाती है। तेजपत्ते के सेवन से नींद की कमी दूर होती है।
रात को सोने से पहले तेजपत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है।

दर्द में राहत दिलाएं

कई बार अचानक हमारे शरीर के अंगों में दर्द होने लगता है। हो सकता है इसका कारण तनाव और थकान हो सकती है।
दर्द में राहत के लिए भी तेजपत्ता एक कारगर उपाय है। इसके अलावा अगर तेज सिर दर्द हो रहा हो तो भी इसके तेल से मसाज करना अच्छा रहता है।

पाचन क्रिया होती है दुरुस्त

आॅफिस और कॉलेज की जल्दबाजी में कई लोग समय पर सुबह का नाश्ता नहीं कर पाते हैं। जिसके चलते उन्हें बाद में जो मिलता वो खा लेते हैं।
इस प्रक्रिया का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। जो लोग अक्सर ऐसा करते हैं उनकी पाचन क्रिया काफी कमजोर हो जाती है।
तेजपत्ते का सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी तेजपत्ता काफी फायदेमंद है। चाय में तेजपत्ते का इस्तेमाल करके कब्ज, एसिडिटी और मरोड़ जैसी समस्याओं से राहत मिलती हैं।

5-स्वस्थ रसोई और भोजन संबंधी टिप्स

🌷🌷🌷रसोई में स्वास्थ्य🌷🌷🌷



💚नमक केवल सेन्धा प्रयोग करें।थायराइड, बी पी ,पेट ठीक होगा।
💚कुकर स्टील का ही काम में लें।एल्युमिनियम में मिले lead से होने वाले नुकसानों से बचेंगे।
💚तेल कोई भी रिफाइंड न खाकर, सिर्फ फिल्टर्ड ही।
तिल्ली,सरसों,मूंगफली,नारियल केवल।रिफाइंड में बहुत केमिकल होते हैं।
💚सोयाबीन बड़ी को 2 घण्टे भिगो कर, मसल कर जहरीली झाग निकल कर ही प्रयोग करें।
💚रसोई में एग्जास्ट फैन जरूरी है,प्रदूषित हवा बाहर करें।
💚काम करते समय स्वयं को अच्छा लगने वाला संगीत चलाएं।खाने में अच्छा प्रभाव आएगा और थकान कम होगी।
💚तेल कम कर देसी गाय के घी का प्रयोग बढ़ाएं।अनेक रोग दूर होंगे,वजन नहीं बढ़ता।
💚ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें,सभी का स्वास्थ्य ठीक करेगा।
💚ज्यादा चीजें लोहे की कढ़ाई में ही बनाएं।आयरन की कमी किसी को नहीं होगी।
💚भोजन का समय निश्चित करें,पेट ठीक रहेगा।
भोजन के बीच बात न करें,भोजन ज्यादा पोषण देगा।
💚नाश्ते में अंकुरित अन्न शामिल करें।पोषक विटामिन,फाइबर मिलेंगे।
💚सुबह के खाने के साथ ताजा दही लें,पेट ठीक रहेगा।
💚चीनी कम से कम प्रयोग करें,ज्यादा उम्र में हड्डियां ठीक रहेंगी।
💚चीनी की जगह बिना मसले का गुड़ या पतजंलि का मधुरम(देशी शक्कर) लें।
💚छौंक में राई के साथ कलौंजी का भी प्रयोग करें,फायदे इतने कि लिख ही नहीं सकते।
💚धीरे धीरे पतजंलि की दिव्य पेय(चाय) की आदत बनाएं,निरोग रहेंगे।
डस्ट बिन एक रसोई में एक बाहर रखें,सोने से पहले रसोई का कचरा बाहर के डस्ट बिन में डालें।
💚रसोई में घुसते ही नाक में घी या सरसों तेल लगाएं,सर और फेफड़े स्वस्थ रहेंगे।
करेले,मैथी, मूली याने कड़वी सब्जियां भी खाएँ, रक्त शुद्ध रहेगा।
💚पानी मटके वाले से ज्यादा ठंडा न पिएं,पाचन व दांत ठीक रहेंगे।
💚रसोई में घुसते ही थोड़े ड्राई फ्रूट(काजू की जगह तरबूज के बीज) खायें, एनर्जी बनी रहेगी।
💚प्लास्टिक, एल्युमिनियम रसोई से हटाये,केन्सर कारक हैं।
💚माइक्रोवेव ओवन का प्रयोग केन्सर कारक है।
💚खाने की ठंडी चीजें कम से कम खाएँ, पेट और दांत को खराब करती हैं।
💚बाहर का खाना बहुत हानिकारक है,खाने से सम्बंधित ग्रुप से जुड़कर सब घर पर ही बनाएं।
💚तली चीजें छोड़ें,वजन, पेट,एसिडिटी ठीक रहेंगी।
💚मैदा, बेसन,चौले,राजमां,उड़द कम खाएँ, गेस की समस्या से बचेंगे।
💚अदरक,अजवायन का प्रयोग बढ़ाएं,गैस और शरीर के दर्द कम होंगे।
💚बिना कलौंजी वाला अचार हानिकारक होता है।
💚पानी का फिल्टर R O वाला नहीं,हानिकारक है। U V वाला ही प्रयोग करे,सस्ता भी और बढ़िया भी।
💚रसोई में ही बहुत से कॉस्मेटिक्स हैं,इस प्रकार के ग्रुप से जानकारी लें।
💚रात को आधा चम्मच त्रिफला एक कप पानी में डाल कर रखें,सुबह कपड़े से छान कर eye wash cup में डाल कर आंखें धोएं.चश्मा उतर जाएगा।
💚छान कर जो पौडर बचे उसे फिर एक गिलास पानी में डाल कर रख दें।रात को पी जाएं।पेट साफ होगा,कोई रोग एक साल में नहीं रहेगा।
💚सुबह रसोई में चप्पल न पहनें,शुद्धता भी,एक्यू प्रेशर भी।
💚रात का भिगोया आधा चम्मच कच्चा जीरा सुबह खाली पेट चबा कर वही पानी पिएं,एसिडिटी खतम।
💚एक्यू प्रेशर वाले पिरामिड प्लेटफार्म पर खड़े होकर खाना बनाने की आदत बन लें तो भी सब बीमारी शरीर से निकल जायेगी।
💚चौथाई चम्मच दालचीनी का कुल उपयोग दिन भर में किसी भी रूप में करने पर निरोगता अवश्य होगी।
💚रसोई के मसालों से बना चाय मसाला स्वास्थ्यवर्धक है।
💚सर्दियों में नाखून बराबर जावित्री कभी चूसने से सर्दी के असर से बचाव होगा।
💚सर्दी में बाहर जाते समय 2 चुटकी अजवायन मुहं में रखकर निकलिए,सर्दी से नुकसान नहीं होगा।
💚रस निकले नीबू के चौथाई टुकड़े में जरा सी हल्दी, नमक, फिटकरी रखकर दांत मलने से दांतों का कोई भी रोग नहीं रहेगा।
💚कभी कभी नमक में,हल्दी में 2 बून्द सरसों का तेल डाल कर दांतों को उंगली से साफ करें,दांतों का कोई रोग टिक नहीं सकता।
💚बुखार में 1 लीटर पानी उबाल कर 250 ml कर लें,साधारण ताप पर आ जाने पर रोगी को थोड़ा थोड़ा दें,दवा का काम करेगा।
💚सुबह के खाने के साथ घर का जमाया ताजा दही जरूर शामिल करें,प्रोबायोटिक है।
💚सूरज डूबने के बाद दही या दही से बनी कोई चीज न खाएं, ज्यादा उम्र में दमा हो सकता है।
💚दहीबड़े सिर्फ मूंग की दाल के बनने चहिये,उड़द के नुकसान करते हैं।
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4-Yoga


What is yoga?

 The word yoga originates from the Sanskrit word ‘yuj’, which means to connect. There are basically two meanings of yoga,
first- joining and second- samadhi. Until we can connect with ourselves, it is difficult to attain the level of samadhi.
It is not just exercise, but science based physical activity. In this, the brain, body and soul meet each other.
At the same time there is a harmony between human and nature. It is a way to live life properly.
Sri Krishna has also said in the Gita that Yoga:

Karmasu Kaushalam


means that yoga brings skill in actions.

To understand this, we have to know the statements of eminent philosophers, knowledgeers and yogis. Who have defined yoga according to their respective ways.
  • It is wrong to tie yoga in the realm of religion, faith and superstition. Yoga is science, which is the art of living life. Also,
    it is a complete medical system. Where religion binds us with pegs, yoga is the path to freedom from all kinds of shackles. - Osho
  • Once you learn to hold the entire body properly, you can feel the energy of the whole universe inside you. This is the sum. - Sadguru Jaggi Vasudev
  • Chittravityanrodh: Yoga is the only way to stop the mental instincts from becoming fickle. In easy language,
    yoga is not to let the mind wander and keep one place stable. - Patanjali
Yoga benefits you by working on three levels. In this sense, doing yoga is right for everyone.
  • In the first phase, it works to replenish human beings by making them healthy.
  • In the second phase, it affects the brain and thoughts. It is our negative thoughts that put us in tension, anxiety or mental disorder. Yoga helps us to get out of this cycle.
  • By reaching the third and most important stage of yoga, man becomes free from worries. To reach this final stage of yoga requires hard work. In this way, the benefits of yoga are found at different levels.

Internal health benefits of yoga-

  1. Blood flow: When blood circulation in the body is better, all organs work better. Also, body temperature is controlled.
    As the blood flow is imbalanced, the body becomes a victim of a variety of diseases, such as heart disease, bad liver,
    non-functioning of the brain, etc. Yoga is a good flow of blood. This gives adequate oxygen and nutrients to all organs.
  2. Balanced blood pressure: Many people are suffering from blood pressure due to wrong lifestyle.
    If you also have any blood pressure problems, start doing yoga under the supervision of a yoga instructor from today.
    Yoga is also important because pranayama gives the body enough energy and improves the functioning of the nerves.
    At the same time, heart motion is normal.

  3. Improved respiratory system: Any disorder that came into the respiratory system is enough to make us sick.
    Yoga tells us what is the importance of breath in life, because every yoga is based on the breath. When you do yoga,
    the lungs start working with full capacity, making breathing easier.

  4. Relief from indigestion: The benefits of yoga also have to get rid of gas. The problem of gas can happen to anybody.
    This includes children, old, female, men. This problem is mainly caused by the non-functioning of the digestive system properly.
    Yoga is the best way to correct it.
    Yoga improves the digestive system, which can eliminate problems such as constipation, gas and acidity from the root.
  5. Ability to endure pain: There can be pain anywhere and anytime in the body. In particular, joint pain becomes difficult to endure.
    When you do yoga, the physical ability to withstand this pain starts increasing at the beginning.
    At the same time, after regular practice, the pain starts to decrease.
  6. Immunity: Immunity must be improved to fight diseases. Weakening of the immune system makes the body easily prone to various diseases.
    Whether you are healthy or not, yoga will prove to be a profitable deal. Yoga improves the immune system.
  7. New energy: It is necessary to have energy in the body to live and work in a positive way.
    Yoga helps you. Doing yoga relieve fatigue and the body is filled with new energy.
  8. Improved metabolism: The metabolism process is essential for our body. Through this process, the body gets energy through food, so that we are able to do our day's work.
    When the digestive system, liver and kidneys work well, metabolism also works properly.
    At this stage, the benefit of yoga is because the metabolism can be improved by correcting indigestion and constipation through yoga
  9. .
  10. Sleep: It is necessary to sleep well at night after working all day long. This helps the body to get ready to work again the next day.
    There is discomfort, headache, eye irritation and stress in the absence of adequate sleep. The face does not even look at the Rook.
    If you do regular yoga, the mind is calm and relievestress, which helps to sleep well at night.
  11. Balanced cholesterol: As we mentioned earlier, yoga improves blood flow in the body. This does not lead to blood clots in the veins and also clears excess fat.
    That is why cholesterol can be controlled. Yoga increases HDL i.e. good cholesterol, while LDL eliminates bad cholesterol.
    At the same time, it is also necessary to have a balanced diet.
  12. Controls Sodium: We sometimes eat out fried or junk food. Such foods have a high amount of sodium.
    Increasing the amount of sodium in the body can be heart disease or kidney disease. To avoid this, first of all,
    you should stop this kind of food at all. Also, do yoga regularly. Yoga has the ability to balance the amount of sodium.
  13. Triglycerides deficiency:Triglycerides are a kind of fat found in our blood, which can cause heart disease and stroke.
    Regular yoga is necessary to reduce it. Yoga increases the heart speed slightly, which can prevent a situation like triglycerides.
  14. Increase in red blood cells: Red blood cells contribute significantly to our body.They take oxygen from the lungs and carry it to each organ.
    The deficiency of red blood cells can can be anemia. The increase in yoga starts increasing its volume in the body.
  15. Prevention of heart disease: Heart is a delicate part of our body. Wrong catering, unbalanced routines and stress have a direct bearing on your heart.
    In the future, there are many heart-related diseases. The best way to avoid this is yoga.
    Regular yoga and healthy catering keeps the heart strong. When you do yoga to keep the heart healthy, you will easily understand the importance of yoga.
  16. Asthma: When asthma occurs, the respiratory tube shrinks, causing breathing problems. We also have a suffocating knee in the slightest dust.
    If you do yoga at this stage, your lungs are stressed and they work with more capacity.
  17. Arthraitis: Inflammation and pain in the joints begins when arthritis occurs. At this stage, it becomes difficult to do everyday work.
    It can be beneficial for you to do yoga. Yoga in the inspection of a qualified yoga instructor reduces joint inflammation and pain and gradually works.
  18. Cancer: It is difficult to say whether yoga can cure cancer completely. Yes, it can be said that yoga helps to overcome a disease like cancer.
    Yoga can eliminate toxic bacteria present in the cancer patient. At the same time,the muscle stretch is low and the
    blood circulation is better and stress and fatigue are also reduced. In addition, problems like nausea and vomiting during chemotherapy can also be tackled.
  19. Migraine: If a migraine patient does yoga, he can get relief from head pain. Yoga reduces muscle stretch and reaches oxygen in sufficient to the head, thereby relieving migraine.
  20. Bronchitis: The air passage between the mouth, nose and lungs is called the breathing tube. When it is swollen, breathing becomes difficult.
    In therapeutic language, this stage is called bronchitis. Yoga helps you to breathe by removing this inflammation.
    Through yoga, oxygen is supplied from the lungs in adequate quantities. At the same time, new energy is infused in the lungs.
  21. Constipation: It is a disease that causes other diseases. Constipation occurs when there is a problem in the digestive system.
    There is better yoga than medicines to fix it. Constipation can be eliminated from the root through yoga.
    Yoga will first fix the digestive system,so that constipation will be cured automatically and you will feel freshening.
  22. Infertility and menopause: If one wants to improve fertility, the posture of yoga is also described.
    The problem of sperm formation through yoga, any sexual problems, any blockage in the fallopian tube or the PCOD problem can be corrected.
    In addition, negative symptoms that appear before and during menopause can also be cured through yoga.
  23. Sinus and other allergies: The sinus causes swelling of the muscles around the nose. It causes difficulty in breathing.
    Yoga is also better for this problem in every respect. The respiratory yoga in the sinus, the pranayama, removes
    the blockage of the nose and throat tubes and makes breathing easier. In addition, other types of allergies can also be cured by yoga.
  24. Back pain: Nowadays, we have more work to do. Because of this, one or the other complains of pain.
    If you do yoga under the supervision of qualified training, the spinal cord is flexible, which can relieve any kind of pain.
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3-मसालों के प्रकार

मसाले कौन कौन से है|और ये किस प्रकार ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते है व इनके पीछे छिपी वैज्ञानिकता क्या है?

1. नमक(पिसा हुआ)-सूर्य

2.लाल मिर्च(पिसी हुई)-मंगल

3.हल्दी(पिसी हुई )-गुरु

4.जीरा(साबुत या पिसा हुआ)-राहु केतु

5.धनिया(पिसा हुआ)-बुध

6.काली मिर्च(साबुत या पाउडर)-शनि

7.अमचूर(पिसा हुआ)-केतु

8.गर्म मसाला(पिसा हुआ)-राहु

9.मेथी -मंगल

👉मसाले के सेवन से अपने स्वास्थ्य और ग्रहो को ठीक करे|
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भारतीय रसोई में मिलने वाले मसाले सेहत के लिए तो अच्छे होते ही है ,पर साथ में उन के सेवन से हमारे ग्रह भी अच्छे होते है|

सौंफ

सौंफ का जिक्र हम पहले भी कर चुके है की सौंफ खाने से हमारा शुक्र और चंद्र अच्छा होता है|

इसे मिश्री के साथ ले या उस के बिना भी ले खाने के बाद ,एसिडिटि और जी मिचलाने जैसी समस्या कम होने लगेंगी|
सौंफ को गुड के साथ सेवन करें जब आप घर से किसी काम के लिए निकाल रहे हो , इस से आप का मंगल ग्रह आप का
पूरा काम करने में साथ देता है ....|

दालचीनी

मंगल ओर शुक्र ग्रह को ठीक करती है|

अगर किसी का मंगल और शुक्र कुपित है ,तो थोड़ी सी दालचीनी को शहद में मिलाकर ताज़े पानी के साथ ले,
इस से आप की शरीर में शक्ति बढ़ेगी और सर्दियों में कफ की समस्या कम परेशान करती है .......|

काली मिर्च

काली मिर्च के सेवन से हमारा शुक्र और चंद्रमा अच्छा होता है|

इस के सेवन से कफ की समस्या कम होती है और हमारी स्मरण शक्ति भी बढ़ती है|
तांबे के किसी बर्तन में काली मिर्च डालकर खाने की मेज पर रखने से घर को नज़र नहीं लगती है...


जौ
जौ के प्रयोग से सूर्य ग्रह और गुरु ग्रह ठीक होता है|

जौं के आटे की रोटी खाने से पथरी कभी नहीं होती है.....|

हरी इलायची
इस के प्रयोग से बुध ग्रह मजबूत होता है|

अगर किसी को दूध पचाने में परेशानी होती है....|
तो हरी इलायची उस में पका कर फिर दूध का सेवन करें इस से ऐसी परेशानी नहीं होगी ....|
यह उन लोगो के लिए उपकारी है की जिन को दूध अपनी सेहत बनाए रखने या कैल्सियम के लिए दूध तो पीना पड़ता है पर उसको पीकर पचाने में समस्या आती है|

हल्दी

हल्दी के गुण हम सबसे छुपे नहीं है, हल्दी के सेवन से बृहस्पति ग्रह अच्छा होता है|

हल्दी की गांठ को पीले धागे में बांधकर गुरुवार को गले में धारण करने से बृहस्पति के अच्छे फल मिलते है और यह तो
हम सब को पता है की हल्दी का दूध पीने से Arthritis , Bones और Infections में ज़बरदस्त फायदा मिलता है....|

जीरा

जीरा राहू व केतू का प्रतिनिधित्व करता है|

जीरा का सेवन खाने में करने से आप के दैनिक जीवन में सौहार्द व शांति बने रहते हैं|

हींग

हींग बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है|

हींग का नित्य प्रतिदिन सेवन करने से वात व पित्त के रोग नियंत्रित होते हैं | हींग आप की पाचन शक्ति भी बढाती है व क्रोध समस्या से भी निजात दिलाती है|

सौंफ

शुक्र ग्रह मजबूत होता है

सौंफ हम रोज़ तो इस्तेमाल करते है,पर क्या आप को पता है की सौंफ के सेवनसे आपका शुक्र ग्रह मजबूत होता है|

2-how to loose ur weight


भोजन के पूर्व टमाटर कच्चे खाने से या टमाटर का जूस पीने से वजन कम होता है।

खाना हमेशा एक रस हो जाए उतनी देर चबा कर ही निगलना चाहिए।
हर ऋतु पर आने वाले फल का आहार करें।
तले हुए खाने से ज्यादा भुने उए व्यंजन का आहार चुने।
खाना खाने के तुरंत बाद कभी न सोएं।
संरक्षित किया हुआ खाना खाने से परहेज करे।
प्रात का खाना सोने से 3-4 घंटे पहले लेना चाहिए।

गोभी के पत्ते वजन कम करने के लिए काफी लाभदायी होते है। कच्चे सैलड में गोभी के पत्ते उबाल कर, या फिर कच्चे खाने से वजन कम होता है।

खाने के बाद तुरंत पानी पीना तेजी से वजन बढाता है।

वजन नियंत्रित करने के लिए ताजा सब्जियाँ, फल और बीन्स का आहार उत्तम रहता है। जैसे कि ककड़ी, खीरा, मूली, चना, मूंग, मटर, पपीता, गाजर इत्यादि

सदा स्वस्थ रहे मस्त रहे

1-Naturopathy

About Naturopathy-

There are several naturally found materials in India that offer economical natural treatments through naturopathy. Some of these are the lemon, milk and salt. For cough, cold and fever, lemon is very effective. Squeeze a lemon in a glass full of water and drink repeatedly. This will cure all of the three ailments. But if the fever is high and makes one thirsty, boil the water. This will bring down the fever and reduce the thirst. If the cold is severe, it can be added to the required amount of honey in the above mixture.

When you want to get away from it all, even if you body hasn't begun to give you any alarm signals yet, these are good places to just relax, rest and breathe in some unpolluted air.

Naturopathy procedures: Strictly vegetarian food is required to be consumed during treatment. None of the centers allow patients to bring in food from outside. Alcohol, smoking, chewing tobacco, and the consumption of tea, coffee, and non-vegetarian foods are forbidden in all the centers. The visitor (patient) is required to stay on campus, for a duration that depends upon the nature of his or her complaint.

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